
पत्रकारों का अपमान करने के विरोध में आज रूड़की के चंद्रशेखर चौक पर पत्रकारों ने विधायक प्रदीप बत्रा और मेयर अनीता अग्रवाल के खिलाफ नारेबाजी कर उनका पुतला फूंका । इसके साथ ही तय किया गया कि दोनों जनप्रतिनिधियों के द्वारा माफी न मांगने तक सभी पत्रकार विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर कवरेज करेंगे। वहीं सीएम के सामने मामला रखने जा रहे पत्रकारों को पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने रोक लिया।
आपको बता दें कि बीते रोज नगर निगम बोर्ड की बैठक में जाने से मीडिया को रोका गया था और विधायक प्रदीप बत्रा ने मीडियाकर्मियों के साथ धक्का मुक्की भी की थी। इसके विरोध में पत्रकारों ने बोर्ड बैठक का बहिष्कार किया और आज होने वाले मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का भी बहिष्कार किया थी। तय कार्यक्रम के अनुसार आज पत्रकार मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में नहीं गए और सभी ने एकत्र होकर हाथ पर काली पट्टी बांधने के साथ चन्द्रशेखर चौक पर विधायक प्रदीप बत्रा का पुतला आग के हवाले किया। पत्रकारों ने तय किया कि माफी न माँगे जाने तक विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर ही कार्य करेंगे। वहीं पुतला फूंकने के बाद पत्रकारों ने सीएम के कार्यक्रम की ओर जाने का रुख किया लेकिन पुलिस ने नए पुल के पास पत्रकारों को रोक लिया। इस दौरान पत्रकार सांकेतिक रूप से धरने पर भी बैठे। मौके पर पहुंचे ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आशीष कुमार मिश्रा व एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल ने पत्रकारों से वार्ता की और वापस लौटने की अपील की। प्रेस क्लब महानगर अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह एवं प्रेस क्लब रुड़की अध्यक्ष बबलू सैनी ने कहा कि जब तक मेयर और विधायक प्रेस क्लब में आकर माफी नहीं मांगते तब तक विरोध जारी रहेगा जिस कार्यक्रम में मेयर और विधायक शामिल होंगे उस कार्यक्रम की कवरेज नहीं की जाएगी।