
देहरादून/ऋषिकेश। बद्रीनाथ विधायक लखपत बुटोला ने पहाड़ियों को गाली देना दुर्भाग्यपूर्ण बताया। कहा इस प्रदेश में गढ़वाली, कुमांउनी व जौनसारी नही बोलनी दी जा रही है। कहा कि पहाड़ का प्रतिनिधित्व घटाने वाला परिसीमन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके विरोध में सड़क से सदन तक उग्र आंदोलन किया जाएगा। पहाड़ आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है।
बुटोला ने ऋषिकेश में आयोजित पत्रकारों से वार्ता की। उन्होंने कहा कि पहाड़ का जीवन पहाड़ जैसा कठिन है। आज भी पहाड़ में मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं। हमारे विकास पर डाका डाला जा रहा है। उत्तराखंडियत की जो मूल भावना थी उसके विरुद्ध कार्य किया जा रहा है। सरकार की जवाबदेही है कि जनमानस की मूल भावनाओं के अनुरूप कार्य करे। बुटोला ने कहा कि पहाड़ और मैदान की बात सदन के अंदर वो कर रहे हैं जिनकी जवाबदेही सदन चलाने की थी
हम यह कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे कि पहाड़ियों को गाली दी जाए। विधानसभा में जब पहाड़ के लिए अपशब्द कहे गए तो सत्ता पक्ष के विधायक क्यों मौन रहे। जनता को पूछना पड़ेगा। विधायक बुटोला ने कहा कि पहाड़ का प्रतिनिधित्व Using वाला परिसीमन कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा।